सी प्लस प्लस क्या है? C Plus Plus Kya Hai? इसकी विशेषता, उपयोग, फायदे जानें!

सी प्लस प्लस क्या है? C Plus Plus Kya Hai? सी प्लस प्लस लैंग्वेज के बारे में पूरी जानकारी पढ़ें। 

आज की इस लेख में हम आपको बताएंगे कि सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज क्या है और सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज का विकास क्यों किया गया? 

और इसके साथ ही हम आपको यह भी बताएंगे कि इस भाषा के जनक कौन है तथा सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज की विशेषताएं क्या है?

ताकि आपको इसके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानकारी मिल सके।

सी प्लस प्लस क्या है? C Plus Plus Kya Hai?

सी प्लस प्लस क्या है? C Plus Plus Kya Hai? इसकी विशेषता, उपयोग, फायदे जानें!

सी प्लस प्लस जिसे C ++ भी कहा जाता है, यह ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड कंप्यूटर की प्रोग्रामिंग भाषा है, जो काफी ज्यादा लोकप्रिय है और सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा को कंप्यूटर वैज्ञानिक Bjarne Stroustrup के द्वारा C programming language के पार्ट के विकास के रूप में डेवलप किया था।

सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा को डिवेलप करने का मुख्य उद्देश्य डेवलपर्स को मेमोरी और सिस्टम संसाधनों पर अधिक स्तर का नियंत्रण प्रदान करने के लिए इसे सी भाषा के cross-platform सुधार के रूप में विकसित किया गया है।

सीधे शब्दों में कहा जाए तो सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज एक तरह की उच्च स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा है और इसका विकास 1979 में बेल लैब्स में किया गया था, कुछ डेवलपर्स का मानना है कि यह मध्यम स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा है, क्योंकि इसमें उच्च स्तरीय और निम्न स्तरीय दोनों ही प्रकार की प्रोग्रामिंग भाषाओं का समायोजन किया गया है।

C ++ Programing Language का इतिहास 

जैसा कि ऊपर हमने आपको बताया कि C ++ Programing Language को 1980 के दशक की शुरूआत में Bjarne Stroustrup के द्वारा विकसित की गई।

उन्होंने अच्छी तरह से संरचित प्रोग्रामिंग भाषा बनाने के लिए कई अन्य भाषाओं जैसे एडा, एमएल, एएलजीओएल 68 से प्रेणना ली, और C ++ नामक सामान्य उद्देश्य वाली प्रोग्रामिंग भाषा विकसित की लगभग सभी सी प्रोग्रामों को उनके स्रोत कोड को बिना बदले आपस में संकलित कर सकती है।

दरअसल इस भाषा को विकसित करने का मुख्य उद्देश्य कई अन्य प्रोग्रामिंग भाषाओं के सर्वोत्तम लाभों को एक साथ मर्ज करना था।

सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा बहुत ही लचीली है और इसीलिए अक्सर डेवलपर इसे “Swiss Pocket Knife of Programming Languages” के उपनाम से भी बुलाते हैं, हालांकि दिलचस्प बात यह है कि यही उपनाम पाइथन के द्वारा भी साझा किया जाता है।

सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा की विशेषता

कई सारे डेवलपर्स सी प्लस प्लस को “c with classes” भी मानते हैं क्योंकि यह सी प्रोग्रामिंग भाषा के फ्रेमवर्क में परिभाषित क्लासेस के उपयोग सहित object oriented प्रोग्रामिंग सिद्धांतों का भी परिचय देता है।

वर्तमान समय में सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा को व्यापक रूप से इस्तेमाल किया जाता है और समय के साथ साथ यह भाषा ना केवल कंप्यूटर प्रोग्रामिंग में उपयोगी भाषा बनी है, बल्कि इस भाषा से नई प्रोग्रामर को या सीखने में भी मदद मिलती है कि आखिरकार ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग किस प्रकार से काम करती है?

इसलिए अगर आप एक नए प्रोग्रामर है या फिर बनना चाहते हैं, तो सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा आपको ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग को समझने में काफी मदद कर सकती है।

सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा ना केवल ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड का समर्थन करती है बल्कि यह भाषा प्रक्रियात्मक और कार्यात्मक का भी समर्थन करती है। इस बात में कोई शक नहीं है कि सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज उच्च लचीलापन और मापनीयता के लिए धन्यवाद के योग्य है।

सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग 

इस भाषा का उपयोग मुख्यतः सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट, एप्लीकेशन डेवलपमेंट तथा ब्राउज़र, ऑपरेटिंग सिस्टम, ग्राफिकल यूजर इंटरफेस और गेमिंग इंडस्ट्री में डेवलपमेंट के लिए किया जाता है।

वर्तमान समय में सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज को इसकी ऊपर बताई गई विशेषताओं के लिए डेवलपर्स के द्वारा काफी जाता सराहा जाता है। क्योंकि इसकी मदद से ऐसे प्रोग्राम भी बनाए जा सकते हैं, जो बहुत आसानी से विभिन्न प्रकार के ऑपरेटिंग सिस्टम या फिर प्लेटफार्म पर चलाए जा सके।

उच्चस्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा होने के बावजूद यह अभी भी, C नामक निम्न स्तरीय प्रोग्रामिंग भाषा के बेहद करीब है और इसीलिए इसे मध्यम स्तरीय प्रोग्रामिंग लैंग्वेज भी कहा जाता है।

सी प्लस प्लस और ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग में संबंध 

जब शुरुआत में सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा बिल्कुल नई थी, उसी समय ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग जोर पकड़ रही थी, इस क्रांतिकारी प्रोग्रामिंग भाषा में अपनी more sophisticated virtual data types और objects के साथ कोडिंग की दुनिया को बदल दिया।

अगर सी प्लस प्लस और ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के बीच संबंध को समझा जाए तो object oriented programming में, ऑब्जेक्ट एक प्रकार का डाटा टाइप होता है, जिसमें इसके डिजाइन में contained data और फंक्शन दोनों शामिल होते हैं।

ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग का उपयोग से पहले प्रोग्रामर आमतौर पर व्यक्तिगत कमांडलाइन निर्देशों से बना हुआ एक कोडबेस देखा करते थे।

लेकिन इसकी आगमन के बाद प्रोग्रामिंग के लिए निर्मित डेटा और कार्यों के साथ objects की पहचान ने packaging और automatic code working के एक नए तरीके का नेतृत्व किया और ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग को आसान बनाया।

सी प्लस प्लस के नुकसान 

सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग लैंग्वेज के कुछ नुकसान भी हैं, जो आपको जानना चाहिए। वास्तव में यह कुछ कुख्यात कठिन अवधारणाओं को उत्पन्न करता है, जो सी लैंग्वेज की विशेषताएं मानी जा सकती हैं।

विशेष रूप से इस भाषा में प्वाइंटर्स समझना एक चुनौतीपूर्ण कार्य है, तथा उनके दुरुपयोग से सिस्टम क्रैश भी हो सकता है और असामान्य मेमोरी की खपत भी हो सकती है।

सिर्फ इतना ही नहीं इस भाषा में garbage collector की कमी अनावश्यक डाटा को फिल्टर करना कठिन बना देती है।

सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा सीखने के फायदे 

चूंकि अगर आप प्रोग्रामिंग में आगे बढ़ना चाहते हैं; तब आपके मन में यह सवाल अवश्य आ सकता है कि सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा सीखने के फायदे क्या हो सकते हैं?

चलिए तो जान लेते हैं c++ programming language benefits in Hindi के बारे में! 

  • जैसा कि हमने आपको बताया कि इस भाषा को विकसित करने के लिए कई अन्य भाषाओं से प्रेरणा ली गई है, इसका मतलब है कि या भाषा सीखने के बाद आप कई तरह की प्रोग्रामिंग भाषाएं आसानी से सीख सकते हैं।
  • आज के समय पर ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग के लिए सी प्लस प्लस का काफी ज्यादा व्यापक रूप से उपयोग किया जा रहा है, इसलिए इसे सीखना आपके लिए सुनहरा भविष्य का द्वार खोल सकता है।
  • यह भाषा सीखने के पश्चाताप सॉफ्टवेयर, ऐप और गेम डेवलपमेंट आसानी से कर सकते हैं।

इसे भी पढ़े: 

निष्कर्ष – C ++ क्या है? 

हम उम्मीद करते हैं कि यह आर्टिकल पढ़ने के पश्चात आपको सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा के बारे में पूरी जानकारी मिल चुकी होगी और आपके मन से यह सवाल भी जा चुका होगा कि C ++ क्या है? 

हमने इस लेख में आपको सी प्लस प्लस क्या है? C Plus Plus Kya Hai? और C ++ Programing Language का इतिहास तथा सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा की विशेषता, सी प्लस प्लस प्रोग्रामिंग भाषा का उपयोग, सी प्लस प्लस और ऑब्जेक्ट ओरिएंटेड प्रोग्रामिंग में संबंध की जानकारी दी।

और इसके नुकसान और फायदे से जुड़ी सभी जानकारियां आसान शब्दों में समझाने का प्रयास किया है। अगर आपको कोई विषय समझ में ना आया हो तो कमेंट करके बता सकते हैं।

Leave a Comment